5 Tips about upay totka You Can Use Today

घर या व्यापार स्थल के मुख्य द्वार के एक कोने को गंगाजल से धो लें और वहां स्वास्तिक की स्थापना करें और उस पर रोज चने की दाल और गुड़ रखकर उसकी पूजा करें। साथ ही उसे ध्यान रोज से देखें और जिस दिन वह खराब हो जाए उस दिन उस स्थान पर एकत्र सामग्री को जल में प्रवाहित कर दें। यह क्रिया शुक्ल पक्ष के बृहस्पतिवार को आरंभ कर ११ बृहस्पतिवार तक नियमित रूप से करें। फिर गणेश जी को सिंदूर लगाकर उनके सामने लड्डू रखें तथा ÷जय गणेश काटो कलेश' कहकर उनकी प्रार्थना करें, घर में सुख शांति आ जागी।

शनिवार को  पीपल के पांच अखंडित स्वच्छ पत्ते लेकर उन पर पांच सुपारी, दो लौंग रख दे तथा गंगाजल में चंदन घिसकर पत्तों पर (रामदूताय हनुमान) दो-दो बार लिख दें। अब उनके सामने धूप-दीप और अगरबत्ती जला दें। इसके बाद बाधाग्रस्त व्यक्ति ( बाधाग्रस्त  व्यक्ति का पूरा नाम और व्यक्ति की माता जी का नाम बोले ) को छोड़ देने की प्रार्थना करें। फिर सभी पत्तो को समेट कर के पीपल के पेड़ के  नीचे रख कर आ जाय । ऐसा हर शनिवार करें कुछ माह के लिए ।

* इस दिन काली चींटियों को शकर मिला हुआ आटा खिलाएं। ऐसा करने से आपके पाप-कर्मों का क्षय होगा और पुण्य-कर्म उदय होंगे। यही पुण्य-कर्म आपकी मनोकामना पूर्ति में सहायक  होंगे।

वाहन से जुडे मामलों में भी यह उपायलाभकारी रहते है.

रविवार को पान का पत्ता साथ रखकर जायें।सोमवार को दर्पण में अपना चेहरा देखकर जायें।मंगलवार को मिष्ठान खाकर जायें।बुधवार को हरे धनिये के पत्ते खाकर जायें।गुरूवार को सरसों के कुछ दाने मुख में डालकर जायें।शुक्रवार को दही खाकर जायें।शनिवार को अदरक और घी खाकर जाना चाहिये।

३. शुक्र्वार की रात को सवा किलो काले चने भिगो दें ! दूसरे दिन शनिवार को उन्हें सरसों के तेल में बना लें ! उसके तीन हिस्से कर लें ! उसमें से एक हिस्सा घोडे या भैंसे को खिला दें !

रोज़ हनुमान जी का पूजन करे व हनुमान चालीसा का पाठ करें ! प्रत्येक शनिवार को शनि को तेल चढायें !

सागर. तंत्र शास्त्र के अनुसार वशीकरण के टोने-टोटके का असर होने पर आदमी कुछ अलग ही तरह से बिहेव करने लगता है। इन व्यवहार के आधार पर आसानी से उसके वशीकरण को पहचाना जा सकता है और उसे खत्म किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले तो हमें यह समझना पड़ता है कि वशीकरण के ये संकेत क्या हैं और किस संकेत पर क्या check here उपाय करना चाहिए।

हिन्दू धर्म में एकादशी और प्रदोष का व्रत रखने के पीछे का विज्ञान यह कि यह आपके राहु, चंद्र और शनि के खराब असर को बेअसर कर शुभ में बदल देता है। प्रत्येक पक्ष (शुक्ल और कृष्ण पक्ष) के ग्यारस और त्रयोदशी को विधिपूर्वक व्रत रखेंगे तो निश्‍चित ही आपके उपर का बंधन ‍धीरे धीरे समाप्त होने लगेगा।

When a person listens into the phrase ‘totka’, he receives puzzled and apprehensive of its genuineness, but these totkas do operate like ‘Dadi Maa ke nuskhe’ which assists just one in receiving the cure of disease. Just as anyone can get incarnation by performing ‘yagya’ (Hawan), precisely the same way, by doing specified totkas, he can negate the destructive influences which can put hurdles in just how of results, progress and prosperity. There is not any doubt about it there are particular totkas which enable the individual to negate the detrimental results appear on how of his happiness and permits him to obtain prosperity, job, development, education and learning and to deliver out The sleek relations with Other folks even when it is not there within the destiny.

फिटकरी का टुकड़ा एक कटोरी में रखकर बाथरूम में रख दें और उसको हर महीने ध्यान से बदलते रहें। ऐसा करने से पारिवारिक सदस्यों की उन्नति होगी और आरोग्य की प्राप्ति होगी। साथ ही फिटकरी नकारात्मक ऊर्जा को अपने अंदर समाहित कर लेती है, ऐसा करने से धन वृद्धि के योग बनते हैं और अटके हुए धन की प्राप्ति होती है।

किसी भी बृहस्पतिवार को बाजार से जलकुंभी लाएं और उसे पीले कपड़े में बांधकर घर में कहीं लटका दें। लेकिन इसे बार-बार छूएं नहीं। एक सप्ताह के बाद इसे बदल कर नई कुंभी ऐसे ही बांध दें। इस तरह ७बृहस्पतिवार करें। यह निच्च्ठापूर्वक करें, ईश्वर ने चाहा तो आपकी संपत्ति में वृद्धि अवष्य होगी।

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२. पूजा घर में अभिमंत्रित श्र्री यंत्र रखें !

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